कार्य वर्गीकरण से कर्मचारियों को कार्य आबंटन करने में सुविधा रहती है।
2.
कार्य वर्गीकरण के उपरान्त प्रत्येक कार्य का स्तर निर्धारित करना ही कार्य श्रेणीकरण है।
3.
कार्य वर्गीकरण वह क्रिया है जिसमें समान योग्यता एवं उत्तरदायित्वों वाले कार्य छांटकर अलग-अलग वर्ग में रखे जाते हैं।
4.
वे लेखांकन सिस्टम्स, संगठनात्मक चार्ट्स को प्रबंधित करने के लिए खातों क चार्ट टैक्सॉनॉमी बनाते हैं, और कर्मचारियों, उत्पाद कैटलॉग्स और इत्यादि प्रबंधित करने के लिए कार्य वर्गीकरण टैक्सॉनॉमी बनाते हैं.